संदेश

हमें सेवा करने के लिए बुलाया गया है। प्रभु नहीं चाहते की उनकी भेड़ें खो जाए और इसीलिए खोये हुए लोगों को ढूँढना आवश्यक है। हमारे ऊपर उन लोगों को खोजकर लाने की जिम्मेदारी है जो भटक गए हैं, कई एक जगह क्योंकि भटके हुए  लोगों की स्थिति खोये हुए लोगों से कहीं ज्यादा खराब है, इसलिए परमेश्वर की चरवाहे वाली आत्मा आपके अंदर निवास करेहमें बचाने के पीछे एक कारण यह भी था की हम सेवा करें। यीशु मसीह हमें आज्ञा देते हैं की हम एक दूसरे से प्रेम रखे जैसा की उन्होंने हमसे किया है {यूहन्ना १५:१२} किसी भी स्तर तक नीचे गए ताकि हमें शत्रु के हाथ से छुड़ा सकें। उन्होंने अपनी महिमा को त्यागा,जन्म लिया और हमारे मध्य निवास किया, हमारा भोजन खाया, बुरे और दुष्ट तमाम प्रकार के लोगों के साथ समर्पक रखा और हमारे लिए मर गए ताकि अन्धकार की शक्ति से छुड़ा सकें। सो हम खोये हुए लोगों के लिए कुछ भी करें प्रभु ने जो हमारे लिए किया है उसकी तुलना में ये बहुत कम है।यीशु मसीह के द्वारा दिए गए उदाहरण का अनुसरण उन सब को करना है जो परमेश्वर को प्रसन्न करना चाहते है। हम अपनी कलीसिया को छुड़ाए हुए लोगों का क्लब नहीं बना सकते हैं। ये एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहाँ खोये हुए लोगों को ग्रहण किया जाना चाहिए, सत्य जल से शुद्ध करना चाहिए परमेश्वर का वचन – गिलाद के मलहम से अभिषेक किया जाना चाहिए और दूसरी भेड़ों को छुड़ाने के लिए तैयार किया जाना चाहिए जो नरकीय भेड़ियों के जबड़ों में जाने वाली है।यदि एक चरवाहे के पास १०० भेड़ें हैं और एक भटक जाए, तो वह ९९ को झुण्ड में छोड़कर उस एक को ढूँढने चला जायेगा जो खो गयी है। वह जंगल में घाटियों में और खतरनाक स्थानों में जाकर उसे खोजेगा और जब वह उसे मिल जायेगी तो वह आनंदित होगा और उसे अपनी बांहों में भरकर ले आयेगा {मत्ती १८: १०-१४} यही वह चरवाहे की आत्मा है जो परमेश्वर के अंदर है और हमारे अंदर भी होनी चाहिए।यदि कोई ऐसा है जो समाज में उपेक्षित है तो उसे छोड़ नहीं देना चाहिए क्योंकि परमेश्वर नहीं चाहते की छोटे से छोटा भी कोई छूट जाये। वह एक सच्चे चरवाहे के रूप में खोये हुए लोगों को ढूँढने और उन्हें प्रेम करने से थकता नहीं है। परमेश्वर पाप से घृणा करते है लेकिन पापी से प्रेम करते है। वे कौन है जो पाप में गिर गए हैं और नहीं जानते की परमेश्वर की इच्छा को कैसे पूरा करें। हमारी कलीसिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो पाप में गिरते हैं और वे ऐसे लोगों के साथ लिप्त हैं जिनका आचरण बहुत खराब है। ये भेड़ें हमारे निकट हैं लेकिन फिर भी खोयी हुई हैं, और उन्हें ढूँढने की जरूरत है, उनका सही उपचार होना जरूरी है और पवित्र आत्मा की संगति में लाना जरूरी हैपरमेश्वर में आनंदित होने से बड़ी संतुष्टि किसी और चीज में नहीं है। खोये हुए लोगों को ढूँढने की प्रेरणा से ही परमेश्वर इस संसार में आये। परमेश्वर का आनंद प्रभु यीशु मसीह के जीवन में पूरा हुआ और हमारे जीवन में भी पूरा होगा। हम चाहे जो भी हों हमें खोये हुए लोगों को ढूँढना है।

मसीह में प्रेम के साथ,

आर. आर. सोआरेस

प्रार्थना

आज के वचन के लिए धन्यवाद, प्रभु आप ने हमें बचाया प्रभु मेरी मदद करे, की मैं कभी भी किसी उपेक्षित को न छोड़ने पाउ और अगर कोई  अपने आप को छोटा और कम समझे या कोई भटक जाए तो मैं उसे आपके पास ले आने पाउ यीशु मसीह के नाम से आमीन !! 

कविता

“मेरी भेड़-बकरियां तितर-बितर हुई हैं; वे सारे पहाड़ों और ऊंचे ऊंचे टीलों पर भटकती थीं; मेरी भेड़-बकरियां सारी पृथ्वी के ऊपर तितर-बितर हुईं; और न तो कोई उनकी सुधि लेता था, न कोई उन को ढूंढ़ता था”।

संदर्भ


{यहेजेकेल ३४:६}